82 परीक्षा केन्द्रों को 11 सेक्टरों में विभाजित कर सेक्टर मजिस्ट्रेटों की हुई तैनाती
परीक्षा केन्द्रों पर मोबाइल सहित सभी इलेक्ट्रानिक गजेट्स पूरी तरह से रहेंगे प्रतिबंधित: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। 7 फरवरी से शुरू होने जा रही यूपी बोर्ड की परीक्षा कड़े प्रबन्धों, सख्ती व सुचिता के साथ सम्पन्न कराई जाएगी होगी। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने निर्धारित कुल 82 परीक्षा केन्द्रों को 11 सेक्टरों में विभाजित कर सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी है। वहीं 11 परीक्षा केन्द्रों को संवेदनशील तथा 14 परीक्षा केन्द्रों को अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्र के रूप में चिन्हांकित कर विशेष निगरानी की व्यवस्था की गई तथा ऐसे सभी परीक्षा केन्द्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेटों की तैनाती की जाएगी। इाईस्कूल में कुल 29057 छात्र-छात्रायें व इंटरमीडिएट परीक्षा में कुल 26547 छात्र-छात्रायें तथा कुल 55604 छात्र-छात्रायें परीक्षा में भाग लेगे।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सेक्टर मजिस्ट्रेटों व केन्द्र व्यवस्थापकों के साथ बैठक कर परीक्षा को पूरी तरह नकलविकहीन व सुचिता के साथ सम्पन्न कराने की रणनीति बनाई। डीएम ने बैठक में केन्द्र व्यवस्थापकों को स्पष्ट चेतावनी दी कि परीक्षा में नकल करने अथवा कराने की चेष्टा करने वाले नकल की मंशा को दिमाग से निकाल देें। उन्होने कहा कि शासन की मंशानुरूप बोर्ड परीक्षा नकल विहीन सम्पन्न कराई जाएगी और जो भी विद्यालय व केन्द्र व्यवस्थापक नकल कराने का प्रयास करते हुए पाए गए तो निश्चित ही उनके खिलाफ कार्यवाई होगी। उन्होने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा केन्द्रों के स्टाफ का आईकार्ड जारी करें। इसके अलावा विषय विशेषज्ञ की ड्यूटी सम्बन्धित विषय की परीक्षा के दिन कतई नहीं लगाई जाएगी। डीएम ने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र के परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण यह रिपोर्ट दें कि वहां पर सीसीटीवी कैमरे वाॅइस रिकार्डिंग के साथ लगे हैं अथवा नहीं, केन्द्र पर बाउन्ड्रीवाल तथा जनरेटर की व्यवस्था है अथवा नहीं। उन्होने निर्देश दिए कि किसी भी परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा टेन्ट अथवा खुले में नहीं होगी। उन्होने कहा कि परीक्षा के पूर्व परीक्षार्थियों की तलाशी ढंग से की जाय। पुलिस व्यवस्था के बारे में बताते हुए क्षेत्राधिकारी ने कहा कि परीक्षा के दौरान कानून व्यवस्था को चुनौती देने का प्रयास करने वालों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्यवाही करेगी तथा सभी परीक्षा केन्द्रों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा। इसके अलावा सचल दल लगातार भ्रमणशील रहकर परीक्षा को सम्पन्न करायेंगे। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा दिये गये निर्देशों को भली भांति अध्ययन कर पूरी तरह से गंभीरता के साथ परीक्षाओं को सकुशल सम्पन्न करायें। प्रशासन, शासन व राज्य सरकार माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित हाईस्कूल/इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में नकल की प्रवृति/संभावनाओं पर अंकुशल लगाने, परीक्षाओं की शुचिता, पवित्रता, गुणवत्ता एवं विश्वसनीय तथा विधि-व्यवस्था बनाये रखने हेतु कटिबद्ध है। शासन द्वारा निर्देश निर्गत किये जिसके अनुसार विद्यालय के प्रवेश द्वार सहित प्रत्येक कक्षों में सीसीटीवी कैमरा पूरी तरह से सक्रिय रहे तथा उसका मुख्य कन्ट्रोल प्रधानाचार्य रूम में रहे जहां से किसी भी कमरे आदि की व्यवस्था को देखते रहना है। विद्यालयों के चारों ओर सुरक्षित चहारदीवारी एवं मुख्य प्रवेश द्वार पर गेट की व्यवस्था अनिवार्य रूप के साथ ही शौचालय, विद्युत, पानी, साफ सफाई की व्यवस्था पूरी तरह से दुरस्त रहे। विद्यालय में विद्युत की स्थायी व्यवस्था न होने की स्थिति में पूरे परीक्षाकाल में जनरेटर/इनवेटर की व्यवस्था अनिवार्य रूप से रहे।
जिलाधिकारी कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद परीक्षाओं में नकल पर प्रभावी ढंग से रोकथाम करने और प्रश्नपत्रों की गोपनीयता भंग होने से रोकने के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन की सक्रिय रहने के निर्देश। वर्ष 2019 की परीक्षाओं में अनुचित साधन प्रयोग, प्रश्नपत्र की गोपनीयता भंग करने और हिंसक कृत्य के अपराध के लिए उत्तर सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 1998 के प्राविधानों के अन्तर्गत त्वरित कार्यवाही किये जाने के निर्देश है। इस हेतु उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 1998 लागू किया जा चुका है। परीक्षाओं के पूर्व सभी तैयारियां कर ली जाये, जिससे परीक्षायें शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो सकें तथा परीक्षाओं में किसी प्रकार के भी अनुचित साधन प्रयोग न हो सके। परीक्षा केन्द्रों की सुरक्षा व्यवस्था, परीक्षा के दौरान सघन निरीक्षण की व्यवस्था में बोर्ड द्वारा बताये गये बिन्दुओं पर विशेष ध्यान दिया जाये तथा इसका कडाई से अनुपालन सुनिश्चित कराते हुए अपने स्तर से भी निरंतर डीआईओएस अनुश्रवण करें। धारा 144 का कड़ाई से अनुपालन काये जाने के निर्देश एसडीएम, क्षेत्राधिकारियों, तहसीलदार आदि को दिये गये है। केन्द्र के 200 मीटर की दूरी पर कोई भी फोटोकापी मशीन की दुकान परीक्षा के समय कतई नही खुलेगी और न ही परीक्षा केन्द्रों पर मोबाइल, कम्प्यूटर, सभी प्रकार के इलेक्ट्रानिक गजेटस पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जो ड्यूटी दी गयी है उसका निर्वहन भली भांति करें। इस मौके पर उप जिलाधिकारी सदर आनन्द कुमार सिंह, दीपाली कौसिक, विजेता, राजीव राज, रामशिमणि, जेपी पाण्डेय, डीआईओएस अरविन्द कुमार द्विवेदी, जिला समन्वयक सत्यनारायण कटियार, बीएसए संगीता सिंह आदि अधिकारी व केन्द्र व्यवस्थापक आदि मौजूद रहे।